Search
Search

Sat May 10, 2025

04:51:33

Search

Sat May 10, 2025

04:51:33

Category: Gods Aarti

श्री रामचन्द्र आरती (Shri Ramchandra Aarti)

॥ आरती श्री रामचन्द्रजी ॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन,हरण भवभय दारुणम्। नव कंज लोचन, कंज मुख करकंज पद कंजारुणम्॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन…॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि,नव नील नीरद सुन्दरम्। पट पीत मानहुं तड़ित रूचि-शुचिनौमि जनक सुतावरम्॥ श्री

पूरा पढ़ें »

गणपति की सेवा आरती (Ganpati Seva Aarti)

॥ आरती श्री गणपति जी ॥ गणपति की सेवा मंगल मेवा,सेवा से सब विघ्न टरैं। तीन लोक के सकल देवता,द्वार खड़े नित अर्ज करैं॥ गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥ रिद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजें,अरु आनन्द सों चमर करैं। धूप-दीप अरू लिए

पूरा पढ़ें »

आरती गजबदन विनायक की (Aarti of Gajabadan Vinayak)

॥ आरती गजबदन विनायक की ॥ आरती गजबदन विनायक की।सुर-मुनि-पूजित गणनायक की॥ आरती गजबदन विनायक की।सुर-मुनि-पूजित गणनायक की॥ आरती गजबदन विनायक की॥ एकदन्त शशिभाल गजानन,विघ्नविनाशक शुभगुण कानन। शिवसुत वन्द्यमान-चतुरानन,दुःखविनाशक सुखदायक की॥ आरती गजबदन विनायक की॥ ऋद्धि-सिद्धि-स्वामी समर्थ अति,विमल बुद्धि दाता

पूरा पढ़ें »

श्री बालाजी आरती (Shri Balaji Ki Aarti)

!! ॐ जय हनुमत वीरा !! ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा । संकट मोचन स्वामी, तुम हो रनधीरा ॥ ॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥ पवन पुत्र अंजनी सूत, महिमा अति भारी । दुःख दरिद्र मिटाओ, संकट सब

पूरा पढ़ें »

भगवान् श्रीसत्यनारायणजी की आरती (Lord Shree Sathyanarayanji ki Aarti)

जय लक्ष्मीरमणा, श्री लक्ष्मीरमणा। सत्यनारायण स्वामी जन-पातक-हरणा।।जय.।।टेक।। रत्नजटित सिंहासन अद्भुत छबि राजै। नारद करत निराजन घंटा ध्वनि बाजै।।जय.।। प्रकट भये कलि कारण, द्विज को दरस दियो। बूढ़े ब्राह्मण बनकर कंचन-महल कियो।।जय.।। दुर्बल भील कठारो, जिनपर कृपा करी। चन्द्रचूड़ एक राजा,

पूरा पढ़ें »

शिवजी की आरती (Shivji Ki Aarti)

ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुराननपञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥

पूरा पढ़ें »

श्री हनुमान जी की आरती (Shree Hanuman Ji Ki Aarti)

॥ आरती श्री हनुमानजी ॥ आरती कीजै हनुमान लला की।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे।रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई।सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ दे बीरा रघुनाथ पठाए।लंका जारि सिया सुधि लाए॥

पूरा पढ़ें »

श्री गणेश आरती (Shree Ganesh Aarti)

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता

पूरा पढ़ें »

आरती कुंजबिहारी की (Kunj Bihari Aarti)

आरती कुंजबिहारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली। लतन में

पूरा पढ़ें »

श्री खाटू श्याम जी आरती ( Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti )

॥ श्री खाटू श्यामजी की आरती ॥ ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत,अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय श्री श्याम हरे॥ रतन जड़ित सिंहासन,सिर पर चंवर ढुरे। तन केसरिया बागो,कुण्डल श्रवण पड़े॥ ॐ जय श्री

पूरा पढ़ें »

Category

हिंदू कैलेंडर

Aarti (आरती )

Chalisa (चालीसा )

Mantra (मंत्र)

Bhajan (भजन)

Scroll to Top
Privacy Overview

This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.