आरती संध्या

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Category: Mantra

Karpur Gauram

कर्पूरगौरं करुणावतारम् एक प्रसिद्ध मंत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में गाया जाता है। यह मंत्र शिवजी के श्वेत रूप, उनकी करुणा और उनकी दिव्य शक्ति को वर्णित करता है। इसे अक्सर पूजा और ध्यान के समय गाया जाता है।

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Samba Sadashiva

सांबा सदाशिव शब्द एक पवित्र मंत्र है जो भगवान शिव को समर्पित है। शिव, जो संहार और परिवर्तन के देवता हैं, उनके अनंत रूप को यह मंत्र संबोधित करता है।

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ब्रह्म गायत्री मन्त्र (Brahma Gayatri Mantra)

ब्रह्म गायत्री मन्त्र ॐ एक दन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति प्रचोदयात् ।। ॐ नारायणा विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात् ।। ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात् ।। ॐ भास्कराय विद्महे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात् ।। ॐ वेदाङ्गनाथाय विद्महे हिरण्य गर्भाय धीमहि तन्नो ब्रह्मा प्रचोदयात् ।। ॐ अन्जनी जयाय विद्महे वायु पुत्राय धीमहि तन्नो

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राम मंत्र (Rama Mantras)

Rama Moola Mantra ॐ श्री रामाय नमः॥ Rama Taraka Mantra श्री राम जय राम जय जय राम॥ Rama Gayatri Mantra ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥ Rama Meditation Mantra ॐ आपदामपहर्तारम् दाताराम् सर्वसम्पदाम्। लोकाभिरामम् श्रीरामम् भूयो-भूयो नमाम्यहम्॥ Kodanda Rama Mantra श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥

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हनुमान मंत्र (Hanuman Mantras)

Hanuman Moola Mantra ॐ श्री हनुमते नमः॥ Hanuman Gayatri Mantra ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥ Manojavam Marutatulyavegam Mantra मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥

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शिव मंत्र (Shiva Mantras)

Shiva Moola Mantra ॐ नमः शिवाय॥ Maha Mrityunjaya Mantra ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ Rudra Gayatri Mantra ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

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विष्णु मंत्र (Vishnu Mantras)

Vishnu Moola Mantra ॐ नमोः नारायणाय॥ Vishnu Bhagawate Vasudevaya Mantra ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥ Vishnu Gayatri Mantra ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥ Vishnu Shantakaram Mantra शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम् विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्। लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम् वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥ Mangalam Bhagwan Vishnu Mantra मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः। मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

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वक्रतुंड मंत्र ( Vakratunda Mantra)

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥ हिन्दी : वक्रतुण्ड: घुमावदार सूंड महाकाय: महा काया, विशाल शरीर सूर्यकोटि: सूर्य के समान समप्रभ: महान प्रतिभाशाली निर्विघ्नं: बिना विघ्न कुरु: पूरे करें मे: मेरे देव: प्रभु सर्वकार्येषु: सारे कार्य सर्वदा: हमेशा, सदैव

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महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra)

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॥ महा मृत्युंजय मंत्र का अक्षरशः अर्थ – त्रयंबकम: त्रि-नेत्रों वाला (कर्मकारक) यजामहे: हम पूजते हैं,सम्मान करते हैं,हमारे श्रद्देय। सुगंधिम: मीठी महक वाला, सुगंधित (कर्मकारक) पुष्टि: एक सुपोषित स्थिति, फलने-फूलने वाली,समृद्ध जीवन की परिपूर्णता। वर्धनम: वह जो पोषण करता है,शक्ति देता है, (स्वास्थ्य,धन,सुख में) वृद्धिकारक;जो हर्षित करता है,आनन्दित करता है और

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श्री बजरंग बाण (Shri Bajrang Baan)

॥ दोहा ॥ निश्चय प्रेम प्रतीति ते,बिनय करै सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ,सिद्ध करै हनुमान॥ ॥ चौपाई ॥ जय हनुमन्त सन्त हितकारी।सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज विलम्ब न कीजै।आतुर दौरि महा सुख दीजै॥ जैसे कूदि सिन्धु वहि पारा।सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥ आगे जाय लंकिनी रोका।मारेहु लात गई सुर लोका॥ जाय विभीषण को सुख दीन्हा।सीता निरखि परम

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श्री महालक्ष्मी अष्टक ( Shri Mahalakshmi Ashtakam )

श्री शुभ ॥ श्री लाभ ॥ श्री गणेशाय नमः॥ नमस्तेस्तू महामाये श्रीपिठे सूरपुजिते । शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥१॥ नमस्ते गरूडारूढे कोलासूर भयंकरी । सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥२॥ सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्ट भयंकरी । सर्व दुःख हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥३॥ सिद्धीबुद्धूीप्रदे देवी भुक्तिमुक्ति प्रदायिनी । मंत्रमूर्ते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥ ४ ॥ आद्यंतरहिते देवी

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श्री गायत्री मंत्र (Gyatri mata Mantra)

मंत्र: माँ गायत्री (Maa Gayatri) ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ इस मंत्र का हिंदी में मतलब है – हे प्रभु, कृपा करके हमारी बुद्धि को उजाला प्रदान कीजिये और हमें धर्म का सही रास्ता दिखाईये। यह मंत्र सूर्य देवता के लिये प्रार्थना रूप से भी माना जाता है। हे प्रभु! आप हमारे जीवन

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Aarti (आरती )

सोमवार आरती (Monday Aarti)
सालासर बालाजी आरती | Salasar Balaji Aarti
गंगाजी की आरती (Gangaji's Aarti)
शीतला माता की आरती (Aarti of Sheetla Mata)
शिवजी की आरती (Shivji Ki Aarti)
शाकम्भरी माता की आरती (Aarti of Shakambhari Mata)
शुक्रवार आरती (Friday aarti)
सिद्धिदात्री माता आरती (Siddhidatri Mata Aarti)

Chalisa (चालीसा )

श्री पार्वती चालीसा (Shree Parvati Chalisa)
लड्डूगोपाल चालीसा | Laddugopal Chalisa
श्री वैष्णो चालीसा (Shri Vaishno Chalisa)
श्री ब्रह्मा चालीसा (Shri Brahma Chalisa)
श्री परशुराम चालीसा (Shree Parshuram Chalisa)
श्री शाकम्भरी चालीसा (Shree Shakambhari Chalisa)
श्री नर्मदा चालीसा (Shree Narmada Chalisa)
श्री तुलसी चालीसा (Shree Tulsi Chalisa)

Mantra (मंत्र)

हनुमान मंत्र (Hanuman Mantras)
महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra)
कल्लाजी राठौड़ मंत्र (Kallaji Rathod Mantra)
श्री गायत्री मंत्र (Gyatri mata Mantra)
राम मंत्र (Rama Mantras)
Samba Sadashiva
श्री बजरंग बाण (Shri Bajrang Baan)
विष्णु मंत्र (Vishnu Mantras)

Bhajan (भजन)

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाये
रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
कल्लाजी हेलो (kallaji helo)
कल्लाजी भजन (Kallaji Bhajan)
श्री शेषावतार 1008 श्री कल्लाजी भोग-भजन ( आरती ) Shri Sheshavatar 1008 Shri Kallaji Bhog-Bhajan (Aarti)
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