Category: Goddesses Aarti

करणी माता जी आरती | Karni Mata Ji Aarti

ॐ जय अम्बे करणी, मैया जय अम्बे करणी । भक्त जनन भय संकट, पल-छिन में हरणी ॥ ॐ जय अम्बे करणी… आदि शक्ति अविनासी, वेदन में वरणी । अगम अनन्त अगोचर, विश्वरूप धरणी ॥ ॐ जय अम्बे करणी… काली तूं किरपाली, दुर्गे दुःख हरणी । चंडी तूं चिरताली, ब्रह्माणी वरणी ॥ ॐ जय अम्बे करणी… लक्ष्मी तूं हिंगलाजा, आवड़ अघ

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कामाख्या देवी आरती | Kamakhya Devi Aarti

रती कामाख्या देवी की, जगत् उधारक सुर सेवी की ॥ आरती कामाख्या देवी की … गावत वेद पुरान कहानी, योनिरुप तुम हो महारानी ॥ सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी, लहे दरस सब सुख लेवी की ॥ आरती कामाख्या देवी की … दक्ष सुता जगदम्ब भवानी, सदा शंभु अर्धंग विराजिनी ॥ सकल जगत् को तारन करनी, जै हो मातु सिद्धि देवी की

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भगवद्‍ गीता आरती | Bhagavad Gita Aarti

जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते हरि-हिय-कमल-विहारिणि सुन्दर सुपुनीते ॥ जय भगवद् गीते कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि कामासक्तिहरा तत्त्वज्ञान-विकाशिनि विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते निश्चल-भक्ति-विधायिनि निर्मल मलहारी शरण-सहस्य-प्रदायिनि सब विधि सुखकारी ॥ जय भगवद् गीते राग-द्वेष-विदारिणि कारिणि मोद सदा भव-भय-हारिणि तारिणि परमानन्दप्रदा ॥ जय भगवद् गीते आसुर-भाव-विनाशिनि नाशिनि तम रजनी दैवी सद् गुणदायिनि हरि-रसिका सजनी ॥ जय भगवद् गीते समता, त्याग

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करवा चौथ आरती

ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया। जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।। ओम जय करवा मैया। सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी। यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी।। ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया। जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।। कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती। दीर्घायु पति होवे ,

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श्री सीता जी की आरती (Aarti of Shri Sita ji)

श्री सीता जी की आरती की धुन सुनकर, हमारी आत्मा में एक दिव्य शांति और आनंद की अनुभूति होती है। सीता माता, राम भक्ति की प्रतिक, हमें साहस, समर्पण और प्रेम की प्रेरणा देती हैं। उनके पवित्र चरणों की धूल में हम अपने मन को साधारण व्यवस्था से पार ले जाते हैं और उनके दिव्य संकल्पों का अनुसरण करने का

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एकादशी आरती (Ekadashi Aarti)

॥ एकादशी माता की आरती ॥ ॐ जय एकादशी, जय एकादशी,जय एकादशी माता। विष्णु पूजा व्रत को धारण कर,शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी,भक्ति प्रदान करनी। गण गौरव की देनी माता,शास्त्रों में वरनी॥ ॐ जय एकादशी…॥ मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की उत्पन्ना,विश्वतारनी जन्मी। शुक्ल पक्ष में हुई मोक्षदा,मुक्तिदाता बन आई॥ ॐ जय एकादशी…॥ पौष के कृष्णपक्ष की,सफला

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राणी सती की आरती (Aarti of Queen Sati)

॥ श्री राणी सती जी की आरती ॥ जय श्री राणी सती मैया,जय जगदम्ब सती जी। अपने भक्तजनों कीदूर करो विपती॥ जय श्री राणी सती मैया। अपनि अनन्तर ज्योति अखण्डित,मंडित चहुँककूंभा। दुरजन दलन खडग की,विद्युतसम प्रतिभा॥ जय श्री राणी सती मैया। मरकत मणि मन्दिर अति मंजुल,शोभा लखि न बड़े। ललित ध्वजा चहुँ ओर,कंचन कलश धरे॥ जय श्री राणी सती मैया।

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सिद्धिदात्री माता आरती (Siddhidatri Mata Aarti)

देवी सिद्धिदात्री माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के नौवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी सिद्धिदात्री जी की ॥ जय सिद्धिदात्री माँ तू सिद्धि की दाता।तु भक्तों की रक्षक तू दासों की माता॥ तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि॥ कठिन काम सिद्ध करती

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महागौरी माता आरती (Mahagauri Mata Aarti)

देवी महागौरी माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के आठवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी महागौरी जी की ॥ जय महागौरी जगत की माया।जय उमा भवानी जय महामाया॥ हरिद्वार कनखल के पासा।महागौरी तेरा वहा निवास॥ चन्द्रकली और ममता अम्बे।जय शक्ति जय जय माँ जगदम्बे॥ भीमा देवी विमला माता।कौशिक देवी जग विख्यता॥

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कालरात्रि माता आरती (Kalaratri Mata Aarti)

देवी कालरात्रि माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के सातवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी कालरात्रि जी की ॥ कालरात्रि जय जय महाकाली।काल के मुंह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा।महाचंडी तेरा अवतारा॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा।महाकाली है तेरा पसारा॥ खड्ग खप्पर रखने वाली।दुष्टों का लहू चखने वाली॥ कलकत्ता

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कात्यायनी माता आरती (Katyayani Mata Aarti)

देवी कात्यायनी माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के छठवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी कात्यायनी जी की ॥ जय जय अम्बे जय कात्यायनी।जय जग माता जग की महारानी॥ बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहावर दाती नाम पुकारा॥ कई नाम है कई धाम है।यह स्थान भी तो सुखधाम है॥ हर मन्दिर में ज्योत तुम्हारी।कही

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स्कन्दमाता माता आरती (Skandamata Mata Aarti)

देवी स्कन्दमाता माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के पाँचवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी स्कन्दमाता जी की ॥ जय तेरी हो स्कन्द माता।पांचवां नाम तुम्हारा आता॥ सबके मन की जानन हारी।जग जननी सबकी महतारी॥ तेरी जोत जलाता रहूं मैं।हरदम तुझे ध्याता रहूं मै॥ कई नामों से तुझे पुकारा।मुझे एक है

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कूष्माण्डा माता आरती (Kushmanda Mata Aarti)

देवी कूष्माण्डा माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के चौथे दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी कूष्माण्डा जी की ॥ कूष्माण्डा जय जग सुखदानी।मुझ पर दया करो महारानी॥ पिङ्गला ज्वालामुखी निराली।शाकम्बरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे।भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो

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चन्द्रघण्टा माता आरती (Chandraghanta Mata Aarti)

देवी चन्द्रघण्टा माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के तीसरे दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी चन्द्रघण्टा जी की ॥ जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे काम॥ चन्द्र समाज तू शीतल दाती।चन्द्र तेज किरणों में समाती॥ मन की मालक मन भाती हो।चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो॥ सुन्दर भाव को लाने वाली।हर

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ब्रह्मचारिणी माता आरती (Brahmacharini Mata Aarti)

देवी ब्रह्मचारिणी माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के दूसरे दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी ब्रह्मचारिणी जी की ॥ जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥ ब्रह्म मन्त्र है जाप तुम्हारा।जिसको जपे सरल संसारा॥ जय गायत्री वेद की माता।जो जन

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शैलपुत्री माता आरती (Shailputri Mata Aarti)

देवी शैलपुत्री माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के पहले दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी शैलपुत्री जी की ॥ शैलपुत्री माँ बैल असवार।करें देवता जय जय कार॥ शिव-शंकर की प्रिय भवानी।तेरी महिमा किसी ने न जानी॥ पार्वती तू उमा कहलावें।जो तुझे सुमिरे सो सुख पावें॥ रिद्धि सिद्धि परवान करें तू।दया करें

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शाकम्भरी माता की आरती (Aarti of Shakambhari Mata)

॥ श्री शाकम्भरी माता जी की आरती ॥ हरि ॐ श्री शाकम्भर अम्बा जी कीआरती कीजो। ऐसो अद्भुत रूप हृदय धर लीजो,शताक्षी दयालु की आरती कीजो। तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ,सब घट तुम आप बखानी माँ। श्री शाकम्भर अम्बा जी की आरती कीजो। तुम्हीं हो शाकम्भरी,तुम ही हो शताक्षी माँ। शिव मूर्ति माया,तुम ही हो प्रकाशी माँ। श्री शाकम्भर अम्बा

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राधा माता की आरती (Radha Mata’s Aarti)

॥ श्री राधा माता जी की आरती ॥ आरती श्री वृषभानुसुता की,मंजुल मूर्ति मोहन ममता की। त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि,विमल विवेकविराग विकासिनि। पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि,सुन्दरतम छवि सुन्दरता की॥ आरती श्री वृषभानुसुता की। मुनि मन मोहन मोहन मोहनि,मधुर मनोहर मूरति सोहनि। अविरलप्रेम अमिय रस दोहनि,प्रिय अति सदा सखी ललिता की॥ आरती श्री वृषभानुसुता की। संतत सेव्य सत मुनि जनकी,आकर

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गौ माता की आरती (Gau Mata ki Aarti )

॥ श्री गौमाताजी की आरती ॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की,आरती हरनि विश्‍व धैय्या की। आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। अर्थकाम सद्धर्म प्रदायिनी,अविचल अमल मुक्तिपद्दायिनी। सुर मानव सौभाग्या विधायिनी,प्यारी पूज्य नन्द छैय्या की॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। अखिल विश्व प्रतिपालिनी माता,मधुर अमिय दुग्धान्न प्रदाता। रोग शोक संकट परित्राता,भवसागर हित दृढ नैय्या की॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। आयु ओज

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शीतला माता की आरती (Aarti of Sheetla Mata)

॥ श्री शीतला माता की आरती ॥ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता। आदि ज्योति महारानीसब फल की दाता॥ ॐ जय शीतला माता…। रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता। ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावें,जगमग छवि छाता॥ ॐ जय शीतला माता…। विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता। वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥ ॐ जय शीतला माता…। इन्द्र मृदङ्ग बजावतचन्द्र वीणा हाथा। सूरज ताल बजावैनारद मुनि

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Aarti (आरती )

बुधवार आरती (Wednesday Aarti)
गौ माता की आरती (Gau Mata ki Aarti )
मंगलवार आरती (Tuesday Aarti)
सालासर बालाजी आरती | Salasar Balaji Aarti
चित्रगुप्त आरती | Chitragupta Aarti
वैष्णोदेवी जी की आरती (Aarti of Vaishno Devi)
आरती श्री रामायणजी की (Aarti of Shri Ramayanaji)
श्री गायत्री माता की आरती (Gayatri Mata Ki Aarti)

Chalisa (चालीसा )

श्री काली चालीसा (Shree Kali Chalisa)
श्री सरस्वती चालीसा (Shree Saraswati Chalisa)
श्री शीतला चालीसा (Shree Sheetla Chalisa)
श्री संतोषी माता चालीसा (Shree Santoshi Mata Chalisa)
श्री गायत्री चालीसा (Shree Gayatri Chalisa)
श्री गंगा चालीसा (Shri Ganga Chalisa)
श्री जाहरवीर चालीसा (Shree Jaharveer Chalisa)
श्री गोपाल चालीसा ( Shri Gopala Chalisa )

Mantra (मंत्र)

Krishnaya Vasudevaya Haraye Paramatmane Shloka
श्री गायत्री मंत्र (Gyatri mata Mantra)
कल्लाजी राठौड़ मंत्र (Kallaji Rathod Mantra)
शिव मंत्र (Shiva Mantras)
श्री महालक्ष्मी अष्टक ( Shri Mahalakshmi Ashtakam )
ब्रह्म गायत्री मन्त्र (Brahma Gayatri Mantra)
विष्णु मंत्र (Vishnu Mantras)
राम मंत्र (Rama Mantras)

Bhajan (भजन)

रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
अन्नदाता ने अर्जी (Annadaata Ne Arjee)
गातरोड़ जी से प्रार्थना ( कल्लाजी प्रार्थना ) (Prayer to Gatrod ji)
कल्लाजी हेलो (kallaji helo)
श्री कल्लाजी का आह्वान (Kallaji's Aahvaan)
कल्लाजी भजन (Kallaji Bhajan)
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाये
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