Samba Sadashiva

सांबा सदाशिव

Hindi:

सांबा सदाशिव शब्द एक पवित्र मंत्र है जो भगवान शिव को समर्पित है। शिव, जो संहार और परिवर्तन के देवता हैं, उनके अनंत रूप को यह मंत्र संबोधित करता है।

सांबा का अर्थ होता है “साथ” या “एक साथ।” यह शब्द भगवान शिव के एक रूप “सांभु” का भी संकेत करता है, जो आनंद का स्रोत माना जाता है।
सदाशिव का अर्थ होता है “अनंत शिव” या “शाश्वत शिव।” “सदा” का मतलब है “हमेशा” और “शिव” भगवान शिव को दर्शाता है।
यह मंत्र भगवान शिव के शाश्वत रूप को नमन करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह मंत्र भक्त को शिव की दिव्य ऊर्जा से जुड़ने का अनुभव कराता है और उनसे कृपा की प्रार्थना करता है।

सांबा सदाशिव मंत्र का उच्चारण करने से मन में शांति, आनंद और आत्मा में एक आध्यात्मिक प्रगति का अनुभव होता है। यह मंत्र उन भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो भगवान शिव की अनुग्रह की प्राप्ति चाहते हैं।

Samba Sadashiva shabd ek pavitra mantra hai jo Bhagwan Shiva ko samarpit hai. Shiva, jo Sanhar aur Parivartan ke devta hain, unke anant roop ko yah mantra sambodhit karta hai.

Samba ka matlab hota hai “Saath” ya “Ek saath.” Yah shabd Bhagwan Shiva ke ek roop “Sambhu” ka bhi sanket karta hai, jo anand ka strot mana jata hai.
Sadashiva ka matlab hota hai “Anant Shiva” ya “Shaashvat Shiva.” “Sada” ka matlab hai “Hamesha” aur “Shiva” Bhagwan Shiva ko darshata hai.
Yeh mantra Bhagwan Shiva ke shaashvat roop ko namaskar karne ke liye istamaal hota hai. Yeh mantra bhakt ko Shiva ki divya urja se jude hone ka anubhav karata hai aur unse kripa ki prarthana karata hai.

Samba Sadashiva mantra ka ucharan karne se man mein shanti, anand aur atma mein ek adhyatmik pragati ka anubhav hota hai. Yah mantra un bhakton ke liye vishesh roop se mahatvapurn hai jo Bhagwan Shiva ki anugrah ki prapti chahte hain।

Aarti (आरती )

वैष्णोदेवी जी की आरती (Aarti of Vaishno Devi)
श्री सत्यनारायणजी की आरती (Aarti of Shri Satyanarayanji)
मंगलवार आरती (Tuesday Aarti)
आरती श्री रामायणजी की (Aarti of Shri Ramayanaji)
पार्वती माता की आरती (Parvati Mata Aarti)
श्री गायत्री माता की आरती (Gayatri Mata Ki Aarti)
कूष्माण्डा माता आरती (Kushmanda Mata Aarti)
तुलसी माता आरती (Tulsi Mata Aarti)

Chalisa (चालीसा )

श्री लक्ष्मी चालीसा (Shree Lakshmi Chalisa)
श्री राणी सती चालीसा (Shree Rani Sati Chalisa)
श्री दुर्गा चालीसा ( Shri Durga Chalisa )
श्री परशुराम चालीसा (Shree Parshuram Chalisa)
श्री ब्रह्मा चालीसा (Shri Brahma Chalisa)
श्री श्याम चालीसा (Shree Shyam Chalisa)
श्री वैष्णो चालीसा (Shri Vaishno Chalisa)
श्री गोरखनाथ चालीसा (Shree Gorakhnath Chalisa)

Mantra (मंत्र)

ब्रह्म गायत्री मन्त्र (Brahma Gayatri Mantra)
कल्लाजी राठौड़ मंत्र (Kallaji Rathod Mantra)
श्री गायत्री मंत्र (Gyatri mata Mantra)
महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra)
श्री बजरंग बाण (Shri Bajrang Baan)
Samba Sadashiva
Karpur Gauram
Krishnaya Vasudevaya Haraye Paramatmane Shloka

Bhajan (भजन)

घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो
कल्लाजी भजन (Kallaji Bhajan)
अन्नदाता ने अर्जी (Annadaata Ne Arjee)
गातरोड़ जी से प्रार्थना ( कल्लाजी प्रार्थना ) (Prayer to Gatrod ji)
श्री शेषावतार 1008 श्री कल्लाजी भोग-भजन ( आरती ) Shri Sheshavatar 1008 Shri Kallaji Bhog-Bhajan (Aarti)
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
कल्लाजी हेलो (kallaji helo)
Scroll to Top