ब्यारु करण हेत सुख मैया
श्री रघुवर भोग लगैया, जीमो रामा
रजनी ओ पुत्र भई ओ, प्यारी ललना
आन करो कुछ ब्यारु, जीमो रामा
सीतारामजी लक्ष्मणजी भरत शत्रुघ्न
अनबैठे चारों भैया, जीमो रामा
आप जी जीमो भरत जी से पूछो
क्या परोसे मेहतारी जीमो रामा
ताती सी पूरी तपत सी जलेबी
नाना विधि तरकारी जीमो रामा
अवट्यो दूध दहन गवरी को
मायं कुछ मिश्री मिलाई, जीमो रामा
रतन जड़ित कंचन की ओ झारी
भर लाई जनक दुलारी, जीमो रामा
तुलसीदास हरि के द्वारा ठाड़े
झूठन के अधिकारी, दीजो रामा