Category: Aarti

मंगलवार आरती (Tuesday Aarti)

मंगलवार का दिन भगवान हनुमानजी की पूजा करने के लिये महत्वपूर्ण माना जाता है ॥ आरती श्री हनुमानजी ॥ आरती कीजै हनुमान लला की।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे।रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई।सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ दे बीरा रघुनाथ पठाए।लंका जारि सिया सुधि लाए॥ लंका सो कोट समुद्र-सी खाई।जात पवनसुत

पूरा पढ़ें »

सोमवार आरती (Monday Aarti)

सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिये महत्वपूर्ण माना जाता है। ॥ शिवजी की आरती ॥ ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुराननपञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखतेत्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ अक्षमाला

पूरा पढ़ें »

रविवार आरती (Sunday Aarti)

रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। इसलिए, सभी रविवार को सूर्यदेव की पूजा करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। ॥ आरती श्री सूर्य जी ॥ जय कश्यप-नन्दन,ॐ जय अदिति नन्दन। त्रिभुवन – तिमिर – निकन्दन,भक्त-हृदय-चन्दन॥ जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन। सप्त-अश्वरथ राजित,एक चक्रधारी। दु:खहारी, सुखकारी,मानस-मल-हारी॥ जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन। सुर – मुनि – भूसुर

पूरा पढ़ें »

राणी सती की आरती (Aarti of Queen Sati)

॥ श्री राणी सती जी की आरती ॥ जय श्री राणी सती मैया,जय जगदम्ब सती जी। अपने भक्तजनों कीदूर करो विपती॥ जय श्री राणी सती मैया। अपनि अनन्तर ज्योति अखण्डित,मंडित चहुँककूंभा। दुरजन दलन खडग की,विद्युतसम प्रतिभा॥ जय श्री राणी सती मैया। मरकत मणि मन्दिर अति मंजुल,शोभा लखि न बड़े। ललित ध्वजा चहुँ ओर,कंचन कलश धरे॥ जय श्री राणी सती मैया।

पूरा पढ़ें »

श्री जाहरवीर आरती (Shri Jaharveer Aarti)

॥ आरती श्री जाहरवीर जी की ॥ जय जय जाहरवीर हरे,जय जय गूगा वीर हरे धरती पर आ करकेभक्तों के दुख दूर करे॥ जय जय जाहरवीर हरे॥ जो कोई भक्ति करे प्रेम सेहाँ जी करे प्रेम से भागे दुख परे विघ्न हरे,मंगल के दाता तन का कष्ट हरे। जय जय जाहरवीर हरे॥ जेवर राव के पुत्र कहायेरानी बाछल माता बागड़

पूरा पढ़ें »

श्री गोरखनाथ आरती (Shree Gorakhnath Aarti)

॥ गोरख आरती ॥ जय गोरख देवाजय गोरख देवा। कर कृपा मम ऊपरनित्य करूं सेवा ॥ शीश जटा अतिसुन्दर भाल चन्द्र सोहे। कानन कुण्डल झलकतनिरखत मन मोहे॥ गल सेली विच नाग सुशोभिततन भस्मी धारी। आदि पुरुषयोगीश्वर सन्तन हितकारी॥ नाथ निरंजन आप हीघट-घट के वासी। करत कृपा निज जन परमेटत यम फांसी॥ ऋद्धि सिद्धि चरणों मेंलोटत माया है दासी। आप अलख

पूरा पढ़ें »

श्री साईं बाबा आरती (Shri Sai Baba Aarti)

॥ श्री साईं बाबा आरती ॥ आरती श्री साईं गुरुवर की,परमानन्द सदा सुरवर की । जा की कृपा विपुल सुखकारी,दु:ख शोक, संकट, भयहारी ॥ आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की । शिरडी में अवतार रचाया,चमत्कार से तत्व दिखाया । कितने भक्त चरण पर आये,वे सुख शान्ति चिरंतन पाये ॥ आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर

पूरा पढ़ें »

सिद्धिदात्री माता आरती (Siddhidatri Mata Aarti)

देवी सिद्धिदात्री माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के नौवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी सिद्धिदात्री जी की ॥ जय सिद्धिदात्री माँ तू सिद्धि की दाता।तु भक्तों की रक्षक तू दासों की माता॥ तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि॥ कठिन काम सिद्ध करती

पूरा पढ़ें »

महागौरी माता आरती (Mahagauri Mata Aarti)

देवी महागौरी माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के आठवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी महागौरी जी की ॥ जय महागौरी जगत की माया।जय उमा भवानी जय महामाया॥ हरिद्वार कनखल के पासा।महागौरी तेरा वहा निवास॥ चन्द्रकली और ममता अम्बे।जय शक्ति जय जय माँ जगदम्बे॥ भीमा देवी विमला माता।कौशिक देवी जग विख्यता॥

पूरा पढ़ें »

कालरात्रि माता आरती (Kalaratri Mata Aarti)

देवी कालरात्रि माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के सातवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी कालरात्रि जी की ॥ कालरात्रि जय जय महाकाली।काल के मुंह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा।महाचंडी तेरा अवतारा॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा।महाकाली है तेरा पसारा॥ खड्ग खप्पर रखने वाली।दुष्टों का लहू चखने वाली॥ कलकत्ता

पूरा पढ़ें »

कात्यायनी माता आरती (Katyayani Mata Aarti)

देवी कात्यायनी माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के छठवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी कात्यायनी जी की ॥ जय जय अम्बे जय कात्यायनी।जय जग माता जग की महारानी॥ बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहावर दाती नाम पुकारा॥ कई नाम है कई धाम है।यह स्थान भी तो सुखधाम है॥ हर मन्दिर में ज्योत तुम्हारी।कही

पूरा पढ़ें »

स्कन्दमाता माता आरती (Skandamata Mata Aarti)

देवी स्कन्दमाता माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के पाँचवें दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी स्कन्दमाता जी की ॥ जय तेरी हो स्कन्द माता।पांचवां नाम तुम्हारा आता॥ सबके मन की जानन हारी।जग जननी सबकी महतारी॥ तेरी जोत जलाता रहूं मैं।हरदम तुझे ध्याता रहूं मै॥ कई नामों से तुझे पुकारा।मुझे एक है

पूरा पढ़ें »

कूष्माण्डा माता आरती (Kushmanda Mata Aarti)

देवी कूष्माण्डा माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के चौथे दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी कूष्माण्डा जी की ॥ कूष्माण्डा जय जग सुखदानी।मुझ पर दया करो महारानी॥ पिङ्गला ज्वालामुखी निराली।शाकम्बरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे।भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥ सबकी सुनती हो

पूरा पढ़ें »

चन्द्रघण्टा माता आरती (Chandraghanta Mata Aarti)

देवी चन्द्रघण्टा माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के तीसरे दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी चन्द्रघण्टा जी की ॥ जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे काम॥ चन्द्र समाज तू शीतल दाती।चन्द्र तेज किरणों में समाती॥ मन की मालक मन भाती हो।चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो॥ सुन्दर भाव को लाने वाली।हर

पूरा पढ़ें »

ब्रह्मचारिणी माता आरती (Brahmacharini Mata Aarti)

देवी ब्रह्मचारिणी माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के दूसरे दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी ब्रह्मचारिणी जी की ॥ जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥ ब्रह्म मन्त्र है जाप तुम्हारा।जिसको जपे सरल संसारा॥ जय गायत्री वेद की माता।जो जन

पूरा पढ़ें »

शैलपुत्री माता आरती (Shailputri Mata Aarti)

देवी शैलपुत्री माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के पहले दिन उनकी पूजा की जाती है। ॥ आरती देवी शैलपुत्री जी की ॥ शैलपुत्री माँ बैल असवार।करें देवता जय जय कार॥ शिव-शंकर की प्रिय भवानी।तेरी महिमा किसी ने न जानी॥ पार्वती तू उमा कहलावें।जो तुझे सुमिरे सो सुख पावें॥ रिद्धि सिद्धि परवान करें तू।दया करें

पूरा पढ़ें »

शाकम्भरी माता की आरती (Aarti of Shakambhari Mata)

॥ श्री शाकम्भरी माता जी की आरती ॥ हरि ॐ श्री शाकम्भर अम्बा जी कीआरती कीजो। ऐसो अद्भुत रूप हृदय धर लीजो,शताक्षी दयालु की आरती कीजो। तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ,सब घट तुम आप बखानी माँ। श्री शाकम्भर अम्बा जी की आरती कीजो। तुम्हीं हो शाकम्भरी,तुम ही हो शताक्षी माँ। शिव मूर्ति माया,तुम ही हो प्रकाशी माँ। श्री शाकम्भर अम्बा

पूरा पढ़ें »

राधा माता की आरती (Radha Mata’s Aarti)

॥ श्री राधा माता जी की आरती ॥ आरती श्री वृषभानुसुता की,मंजुल मूर्ति मोहन ममता की। त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि,विमल विवेकविराग विकासिनि। पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि,सुन्दरतम छवि सुन्दरता की॥ आरती श्री वृषभानुसुता की। मुनि मन मोहन मोहन मोहनि,मधुर मनोहर मूरति सोहनि। अविरलप्रेम अमिय रस दोहनि,प्रिय अति सदा सखी ललिता की॥ आरती श्री वृषभानुसुता की। संतत सेव्य सत मुनि जनकी,आकर

पूरा पढ़ें »

गौ माता की आरती (Gau Mata ki Aarti )

॥ श्री गौमाताजी की आरती ॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की,आरती हरनि विश्‍व धैय्या की। आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। अर्थकाम सद्धर्म प्रदायिनी,अविचल अमल मुक्तिपद्दायिनी। सुर मानव सौभाग्या विधायिनी,प्यारी पूज्य नन्द छैय्या की॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। अखिल विश्व प्रतिपालिनी माता,मधुर अमिय दुग्धान्न प्रदाता। रोग शोक संकट परित्राता,भवसागर हित दृढ नैय्या की॥ आरती श्री गैय्या मैंय्या की…। आयु ओज

पूरा पढ़ें »

शीतला माता की आरती (Aarti of Sheetla Mata)

॥ श्री शीतला माता की आरती ॥ जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता। आदि ज्योति महारानीसब फल की दाता॥ ॐ जय शीतला माता…। रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता। ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावें,जगमग छवि छाता॥ ॐ जय शीतला माता…। विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता। वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥ ॐ जय शीतला माता…। इन्द्र मृदङ्ग बजावतचन्द्र वीणा हाथा। सूरज ताल बजावैनारद मुनि

पूरा पढ़ें »

Aarti (आरती )

एकादशी आरती (Ekadashi Aarti)
शाकम्भरी माता की आरती (Aarti of Shakambhari Mata)
शैलपुत्री माता आरती (Shailputri Mata Aarti)
श्री विश्वकर्मा आरती (Shri Vishwakarma Aarti)
पार्वती माता की आरती (Parvati Mata Aarti)
श्री रामदेव आरती (Shri Ramdev Aarti)
श्री रामचन्द्र आरती (Shri Ramchandra Aarti)
रविवार आरती (Sunday Aarti)

Chalisa (चालीसा )

श्री गायत्री चालीसा (Shri Gayatri Chalisa)
श्री गंगा चालीसा (Shri Ganga Chalisa)
लड्डूगोपाल चालीसा | Laddugopal Chalisa
श्री गोपाल चालीसा ( Shri Gopala Chalisa )
श्री रामदेव चालीसा (Shri Ramdev Chalisa)
श्री राणी सती चालीसा (Shree Rani Sati Chalisa)
श्री दुर्गा चालीसा ( Shri Durga Chalisa )
श्री संतोषी माता चालीसा (Shree Santoshi Mata Chalisa)

Mantra (मंत्र)

शिव मंत्र (Shiva Mantras)
श्री गायत्री मंत्र (Gyatri mata Mantra)
Samba Sadashiva
Karpur Gauram
श्री महालक्ष्मी अष्टक ( Shri Mahalakshmi Ashtakam )
ब्रह्म गायत्री मन्त्र (Brahma Gayatri Mantra)
राम मंत्र (Rama Mantras)
हनुमान मंत्र (Hanuman Mantras)

Bhajan (भजन)

कल्लाजी भजन (Kallaji Bhajan)
अन्नदाता ने अर्जी (Annadaata Ne Arjee)
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाये
गातरोड़ जी से प्रार्थना ( कल्लाजी प्रार्थना ) (Prayer to Gatrod ji)
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
श्री कल्लाजी का आह्वान (Kallaji's Aahvaan)
Scroll to Top