गुरुवार आरती (Thursday Aarti)

गुरुवार बृहस्पति ग्रह को समर्पित है और गुरुवार को उपवास मुख्य रूप से बृहस्पति ग्रह को समर्पित है।

॥ बृहस्पतिवार की आरती ॥
ऊँ जय बृहस्पति देवा,जय बृहस्पति देवा।

छिन छिन भोग लगाऊँ,कदली फल मेवा॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

तुम पूर्ण परमात्मा,तुम अन्तर्यामी।

जगतपिता जगदीश्वर,तुम सबके स्वामी॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

चरणामृत निज निर्मल,सब पातक हर्ता।

सकल मनोरथ दायक,कृपा करो भर्ता॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

तन, मन, धन अर्पण कर,जो जन शरण पड़े।

प्रभु प्रकट तब होकर,आकर द्वार खड़े॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

दीनदयाल दयानिधि,भक्तन हितकारी।

पाप दोष सब हर्ता,भव बन्धन हारी॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

सकल मनोरथ दायक,सब संशय तारो।

विषय विकार मिटाओ,सन्तन सुखकारी॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

जो कोई आरती तेरीप्रेम सहित गावे।

जेष्टानन्द बन्दसो सो निश्चय पावे॥

ऊँ जय बृहस्पति देवा॥

Aarti (आरती )

शाकम्भरी माता की आरती (Aarti of Shakambhari Mata)
श्री भैरव आरती (Shri Bhairav ​​Aarti)
श्री गिरिराज आरती (Shree Grahiraj Aarti)
आरती कुंजबिहारी की (Kunj Bihari Aarti)
कालरात्रि माता आरती (Kalaratri Mata Aarti)
श्री गणेश आरती (Shree Ganesh Aarti)
आरती श्री रामायणजी की (Aarti of Shri Ramayanaji)
माँ सरस्वती आरती (Maa Saraswati Aarti)

Chalisa (चालीसा )

श्री गोरखनाथ चालीसा (Shree Gorakhnath Chalisa)
श्री सरस्वती चालीसा (Shree Saraswati Chalisa)
श्री शिव चालीसा (Shree Shiv Chalisa)
श्री संतोषी माता चालीसा (Shree Santoshi Mata Chalisa)
श्री परशुराम चालीसा (Shree Parshuram Chalisa)
श्री पितर चालीसा (Shree Pitar Chalisa)
श्री गायत्री चालीसा (Shri Gayatri Chalisa)
श्री गंगा चालीसा (Shri Ganga Chalisa)

Mantra (मंत्र)

राम मंत्र (Rama Mantras)
ब्रह्म गायत्री मन्त्र (Brahma Gayatri Mantra)
हनुमान मंत्र (Hanuman Mantras)
श्री बजरंग बाण (Shri Bajrang Baan)
वक्रतुंड मंत्र ( Vakratunda Mantra)
श्री महालक्ष्मी अष्टक ( Shri Mahalakshmi Ashtakam )
महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra)
शिव मंत्र (Shiva Mantras)

Bhajan (भजन)

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल
रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे
कल्लाजी हेलो (kallaji helo)
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाये
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो
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