Bindayak Ji Katha ( बिंदायक जी कथा )
Vinayak Ji Ki Kahani विनायक जी की कहानी ( Bhadrapad Mahina भाद्रपद महीना )
विनायक जी की कहानी, Vinayak Ji Ki Kahani, भाद्रपद महीना का महत्व, Significance of Bhadrapad Mahina, विनायक जी का इतिहास, History of Vinayak Ji, विनायक जी के चमत्कार, Miracles of
गणेश विनायक जी की कथा (Ganesh Vinayak Ji ki katha)
गणेश विनायक की कथा, Lord Ganesh Story, गणेश जी की कहानी, Story of Lord Ganesha, गणेश चतुर्थी की महत्वपूर्ण कथाएँ, Significance of Ganesh Chaturthi Stories, गणेश पुराण कथा, Ganesh Purana
बिंदायक जी की कहानी Bindayak Ji Ki Kahani ( Kartik Mahina कार्तिक महीना )
बिंदायक जी की कहानी, Bindayak Ji Ki Kahani, कार्तिक महीना का महत्व, Significance of Kartik Mahina, बिंदायक जी का इतिहास, History of Bindayak Ji, बिंदायक जी के चमत्कार, Miracles of
गणगोर बिंदायक जी की कहानी Gangaur Bindayak Ki Kahani ( Chetra Mahina चैत्र महीना )
गणगोर बिंदायक जी की कहानी, Gangaur Bindayak Ki Kahani, चैत्र महीना का महत्व, Significance of Chaitra Mahina, गणगोर बिंदायक जी का इतिहास, History of Gangaur Bindayak Ji, बिंदायक जी के
भादवा चौथ माता की व्रत कथा | Bhadwa Chauth Mata ki vrat katha
भादवा चौथ माता की व्रत कथा | Bhadwa Chauth Mata ki vrat katha
एक समय की बात है, एक ब्राह्मण था जिसकी एक संतान और बहू थी। उनका जीवन
बिन्दायक जी की कथा (Bindaayak Ji ki katha) ( Magh Mahina माघ महीना )
बिन्दायक जी की कथा, Bindaayak Ji ki katha, माघ महीना के महत्व, Significance of Magh Mahina, बिन्दायक जी का इतिहास, History of Bindaayak Ji, बिन्दायक जी के चमत्कार, Miracles of


Aarti ( आरती )
श्री खाटू श्याम जी आरती ( Shri Khatu Shyam Ji Ki Aarti )
॥ श्री खाटू श्यामजी की आरती ॥ ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे। खाटू धाम विराजत,अनुपम रूप धरे॥ ॐ जय श्री श्याम हरे॥ रतन जड़ित सिंहासन,सिर पर
श्री रामचन्द्र आरती (Shri Ramchandra Aarti)
॥ आरती श्री रामचन्द्रजी ॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन,हरण भवभय दारुणम्। नव कंज लोचन, कंज मुख करकंज पद कंजारुणम्॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन…॥ कन्दर्प अगणित अमित छवि,नव नील
श्री हनुमान जी की आरती (Shree Hanuman Ji Ki Aarti)
॥ आरती श्री हनुमानजी ॥ आरती कीजै हनुमान लला की।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे।रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई।सन्तन के प्रभु
शिवजी की आरती (Shivji Ki Aarti)
ॐ जय शिव ओंकारा,स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव,अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुराननपञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासनवृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुजदसभुज अति
आरती कुंजबिहारी की (Kunj Bihari Aarti)
आरती कुंजबिहारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन
श्री जाहरवीर आरती (Shri Jaharveer Aarti)
॥ आरती श्री जाहरवीर जी की ॥ जय जय जाहरवीर हरे,जय जय गूगा वीर हरे धरती पर आ करकेभक्तों के दुख दूर करे॥ जय जय जाहरवीर हरे॥ जो कोई भक्ति


Mantra ( मंत्र )
ब्रह्म गायत्री मन्त्र (Brahma Gayatri Mantra)
ब्रह्म गायत्री मन्त्र ॐ एक दन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति प्रचोदयात् ।। ॐ नारायणा विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात् ।। ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो
Krishnaya Vasudevaya Haraye Paramatmane Shloka
ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने॥ प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:॥
महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra)
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॥ महा मृत्युंजय मंत्र का अक्षरशः अर्थ – त्रयंबकम: त्रि-नेत्रों वाला (कर्मकारक) यजामहे: हम पूजते हैं,सम्मान करते हैं,हमारे श्रद्देय। सुगंधिम: मीठी
राम मंत्र (Rama Mantras)
Rama Moola Mantra ॐ श्री रामाय नमः॥ Rama Taraka Mantra श्री राम जय राम जय जय राम॥ Rama Gayatri Mantra ॐ दाशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥ Rama Meditation
श्री गायत्री मंत्र (Gyatri mata Mantra)
मंत्र: माँ गायत्री (Maa Gayatri) ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ इस मंत्र का हिंदी में मतलब है – हे प्रभु, कृपा करके हमारी
शिव मंत्र (Shiva Mantras)
Shiva Moola Mantra ॐ नमः शिवाय॥ Maha Mrityunjaya Mantra ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ Rudra Gayatri Mantra ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥


Chalisa ( चालीसा )
श्री संतोषी माता चालीसा (Shree Santoshi Mata Chalisa)
॥ दोहा ॥ श्री गणपति पद नाय सिर,धरि हिय शारदा ध्यान। सन्तोषी मां की करुँ,कीरति सकल बखान॥ ॥ चौपाई ॥ जय संतोषी मां जग जननी।खल मति दुष्ट दैत्य दल हननी॥
श्री गणेश चालीसा (Shree Ganesh Chalisa)
॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजालाल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गणराजू।मंगल भरण करण शुभः काजू॥ जै गजबदन सदन
श्री कल्ला चमत्कार चालीसा (Shri Kalla ji Chalisa)
श्री कल्ला राठोड जय , जय जय कृपा निधान ! जयति जयति जन वरद ,परभू करहु जगत कल्याण !! जयति जयति जय जय रणधीर ! कारज सुखद वीर गंभीरा !
श्री हनुमान जी की आरती (Shree Hanuman Ji Ki Aarti)
॥ आरती श्री हनुमानजी ॥ आरती कीजै हनुमान लला की।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे।रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई।सन्तन के प्रभु
श्री श्याम चालीसा (Shree Shyam Chalisa)
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण ध्यान धर,सुमिरि सच्चिदानन्द। श्याम चालीसा भणत हूँ,रच चैपाई छन्द॥ ॥ चौपाई ॥ श्याम श्याम भजि बारम्बारा।सहज ही हो भवसागर पारा॥ इन सम देव न
श्री शिव चालीसा (Shree Shiv Chalisa)
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला।सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके।कानन कुण्डल


Bhajan (भजन)
श्री कल्लाजी का आह्वान (Kallaji’s Aahvaan)
श्री कल्लाजी का आह्वान माने दरशन दिजो जी के माने दरशन दिजो जी के ॥ कलजूग ₹ कल्याण रे कारण जनम लियो जगधाम गौ रक्षक गातरोड़ रे लारे नित रहवे
कल्लाजी भजन (Kallaji Bhajan)
आवो म्हारे हिरदे कॅवरा बसो ए भवानी २ बसो ए भवानी कमधज बसो ए राठौड़ी किण विद थारी करू थापना किण विद थाने मानू राय लखन थारी करे अगवाणी ।
घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो
घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा मेरे घर में पधारो राम जी आना
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है बिन मांगे हे
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
देखो देखो ये गरीबी,ये गरीबी का हाल कृष्ण के दर पे विश्वास लेके आया हूँ मेरे बचपन का यार है.. मेरा श्याम, यही सोच कर मै आस कर के आया
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो मदन गोपाल आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल बिच में मेरो मदन गोपाल छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल कारी कारी
रंग मत डाले रे सांवरिया म्हाने गुजर मारे रे
रंग मत डाले रे सांवरिया, म्हाने गुजर मारे रे, रंग मत डारे रे, रंग मत डाले रे सांवरिया, म्हाने गुजर मारे रे || सास बुरी छे म्हारी नणद हठीली, सास
श्री शेषावतार 1008 श्री कल्लाजी भोग-भजन ( आरती ) Shri Sheshavatar 1008 Shri Kallaji Bhog-Bhajan (Aarti)
श्री कल्लाजी भोग-भजन आरती, कल्लाजी आरती मंगल, शेषावतार 1008 भोग-भजन, कल्लाजी की आरती लिरिक्स, भगवान कल्लाजी की भोग-भजन, श्री कल्लाजी की आरती वीडियो, कल्लाजी भगवान की आरती डाउनलोड, शेषावतार आरती
तीर्थ स्थान (Pilgrimage Places)
रिंगस भैरव बाबा | Ringas Bhairav Baba
रिंगस के भैरव बाबा को खाटू श्याम जी के क्षेत्रपाल देवता माना जाता है। जानिए उनकी कथा, पूजा विधि, दर्शन का महत्व और क्यों खाटू यात्रा से पहले यहाँ दर्शन
खाटू श्याम जी कथा | Khatu Shyam Ji Katha
खाटू श्याम जी को हारे का सहारा कहा जाता है। जानें उनकी महाभारत से जुड़ी कथा, श्रीकृष्ण का वरदान और राजस्थान के खाटू मंदिर का महत्व।
सलासर बालाजी मंदिर | Salasar Balaji Mandir
सलासर बालाजी मंदिर राजस्थान में स्थित एक चमत्कारी हनुमान मंदिर है। जानिए इसकी पौराणिक कथा, दर्शन समय, महत्त्व और यहाँ होने वाले चमत्कारों के बारे में।